निर्धारित समय में विमानों की उड़ान के लिए अब दूसरी तैयारियों पर फोकस कर दिया गया है।

अयोध्या। केंद्र मोदी और प्रदेश की योगी सरकार धर्म नगरी अयोध्या में विकास कार्यों को लेकर तेजी से प्रयासरत है ताकि अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को जल्द ही एयरपोर्ट की सुविधा मिल सके और वह भगवान श्री राम का दर्शन पूजन कर सके जिसको लेकर अब अयोध्या में बन रहे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र इंटरनेशनल एयरपोर्ट के फेज दो व तीन का काम भी जल्द शुरू होगा। निर्धारित समय में विमानों की उड़ान के लिए अब दूसरी तैयारियों पर फोकस कर दिया गया है। वहीं कुछ दिन पहले डीएम ने समीक्षा बैठक की थी अयोध्या के इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम तेजी से चल रहा है।
वर्ष 2023 में यहां से विमानों की उड़ान का लक्ष्य है। एयरपोर्ट का निर्माण तीन फेज में पूरा किया जाएगा। पहले फेज का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके लिए आवश्यक भूमि खरीदी जा चुकी है। पहले फेज के निर्माण कार्यों को इस साल के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है।अब प्रशासन की निगाह पहले फेज के निर्माण कार्य के पूर्ण होने के साथ एयरपोर्ट के संचालन पर लग गई हैं। इसके लिए अन्य जरूरी कार्यों को पूरा कराए जाने को लेकर पूरी मशीनरी को सक्रिय किया जा रहा है। फेज तीन के लिए जरूरी बची भूमि के अर्जन के साथ ही एयरपोर्ट से बिजली के पोल को हटाने के साथ दूसरे कार्य किए जाने का निर्देश दिया है जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि एयरपोर्ट के फेज-एक के लिए संपूर्ण भूमि अर्जन किया जा चुका है।

फेज-दो व फेज-तीन के लिए भी 96 फीसदी से अधिक भूमि अर्जन का कार्य पूर्ण

फेज-दो व फेज-तीन के लिए भी 96 फीसदी से अधिक भूमि अर्जन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।शेष भूमि अर्जन का कार्य भी शीघ्र पूर्ण करने के लिए उपजिलाधिकारी सदर को निर्देश दिया। उन्होंने एयरपोर्ट टर्मिनल का कार्य दिसंबर तक पूर्ण करने के साथ ही फेज-दो व फेज-तीन के रनवे का कार्य भी शीघ्र प्रारंभ करने का निर्देश दिया। एयरपोर्ट संचालन के मद्देनजर उन्होंने जल निकासी के लिए ड्रेनेज के कार्यों की जानकारी ली। कहा कि बेहतर ड्रेनेज की व्यवस्था शीघ्र की जाए। उन्होंने विद्युत विभाग को अक्तूबर तक एयरपोर्ट के विस्तारित क्षेत्र में आने वाले सभी विद्युत पोलों को विस्थापित करने का निर्देश दिया। जो कार्ययोजना शुरूआत में बनाई गई थी उसके मुताबिक अयोध्या के एयरपोर्ट से सबसे पहले एटीआर-72 विमान उड़ाए जाने की संभावना है। तीन फेज में विकसित होने वाले एयरपोर्ट की कार्य योजना में पहले फेज के लिए कुल लगभग सवा चार सौ एकड़ भूमि की जरूरत थी।
इससे खरीदा जा चुका है। इस पर तेजी से काम चल रहा है। इसके बाद फेज दो व तीन के लिए भी लगभग 96 फीसदी भूमि खरीदी जा चुकी है। दूसरे फेज में ए-231 व समकक्ष विमान उड़ाने के लिए विकसित किए जाने की संभावना है।इसके बाद तीसरे फेज में बड़े विमानों के उड़ाने की व्यवस्था होगी। डीएम ने कहा कि फेज-ए के सभी कार्यों को अपेक्षित समय में पूरा किया जाए। वहीं प्रोजेक्ट अफसर राजीव कुलश्रेष्ठ ने बताया कि फेस 1 का कार्य मार्च 2023 तक इलेक्ट्रिकल कार्य संपन्न हो जाएगा। वहीं 22 सौ मीटर टोटल रनवे बनना है जिसमें से 15 सौ मीटर कार्य पूरा हो चुका है। टर्मिनल जिसमें 300 यात्री ठहरने की सुविधा होगी टोटल एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 62 सौ स्क्वायर मीटर है। फेस 2 में वह सभी सुविधाएं एयरपोर्ट पर उपस्थित करेंगे जो अन्य एयरपोर्ट पर होती हैं अयोध्या एयरपोर्ट का कार्य लगभग 62% पूरा हो चुका है । एयरपोर्ट के बाहर करीब 881 एकड़ जमीन लिया गया है। जिसमें से 317 एकड़ पर कार्य हो चुका है बाकी शेष पर कार्य चल रहा है।

आज मौके पर नीतीश कुमार जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग तथा रनवे आदि कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान राजीव कुलश्रेष्ठ परियोजना अधिकारी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने अवगत कराया कि टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण का 45 प्रतिशत तथा रनवे का 62% कार्य पूर्ण हो चुका है इसी के साथ ही रनवे के फेज-2 का कार्य भी तीव्र गति से जारी है। उन्होंने बताया कि टर्मिनल बिल्डिंग व रनवे का संपूर्ण कार्य 31 मार्च तक पूर्ण कर लिया जाएगा। टर्मिनल बिल्डिंग एयरपोर्ट की आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा जहां पर यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी। इसी के साथ ही सम्पूर्ण एयरपोर्ट विश्वस्तरीय अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा रनवे के फेस 2 का कार्य पूर्ण होने पर यहां पर एअरबस के साथ ही फ्लाइटों के नाइट लैंडिंग तथा रात्रि के कोहरे में भी फ्लाइटों के लैंडिंग की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने एयरपोर्ट के समस्त कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान देने तथा कार्यों में और तेजी लाने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।


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