- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी इसे और विशेष बनाएगी
- 750 से अधिक कलाकार जगह-जगह मंच पर जीवंत करेंगे श्रीकृष्ण का जीवन
लखनऊ, मथुरा सप्तपुरियों में से एक। भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि होने के नाते खुद में खास है। इस साल यहां 19 अगस्त को होने वाला जन्माष्टमी का आयोजन आजादी के अमृत महोत्सव के नाते खास होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस अवसर को और विशेष बनाने के लिए लगातार दूसरे साल भी मथुरा में होंगे।
श्रीकृष्ण के जन्म की खुशी में दुल्हन की तरह सजी मथुरा
इसी के अनुसार मथुरा में तैयारियां भी चल रही हैं। आजादी के अमृत महोत्सव के मद्देनजर पूरे मथुरा को दुल्हन की तरह सजाया गया है। लगभग 750 कलाकार अपनी कला के प्रदर्शन से श्रीकृष्ण के पूरे जीवन को मंचों पर जीवंत करने को तैयार हैं। इस क्रम में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर, इस्कॉन मंदिर से लेकर बांके बिहारी मंदिर तक को सजाया-संवारा जा चुका है।
द्वापरयुग सा दिखेगा नजारा
प्रयास यह है कि सब कुछ उसी द्वापरयुग की तरह लगे जब भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था। मसलन, भगवान श्रीकृष्ण का जन्मस्थान कंस के कारागार के रूप में नजर आएगा। इसके लिए मंदिर परिसर स्थित गर्भगृह को कारागार का रूप दिया जा रहा है। जन्माष्टमी पर कहीं घुप अंधेरा रहेगा तो कहीं सोते हुए पहरेदार दिखाई देंगे। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु इसे देखकर द्वापरयुग का अहसास कर सकेंगे।
इस बार दिलो-दिमाग पर चस्पा हो जाएगा श्रीकृष्णजन्मोत्सव
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर होने वाले आयोजनों के कवरेज के लिए देश-विदेश के मीडियाकर्मी भी मथुरा पहुंच गए हैं। तमाम न्यूज चैनलों पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूजा को लाइव दिखाया जाएगा। कुल मिलाकर तैयारियां ऐसी हैं कि जो भी श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव में भाग लेने मथुरा आये, उसके दिलो-दिमाग पर यहां की यादें सदा-सदा के लिए चस्पा हो जाये।
प्रातिक्रिया दे