• करीब एक करोड़ वृद्ध, निराश्रित महिलाएं और दिव्यांग पेंशन का उठा रहे लाभ
  • डुप्लीकेसी को खत्म करने के लिए विभाग पेंशनर्स का डाटा आधार से कर रहा लिंक
  • 60 प्रतिशत सीडिंग का काम हुआ पूरा
  • अक्टूबर तक 100 प्रतिशत सीडिंग का काम हो जाएगा पूरा

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सरकारी योजनाओं का लाभ शत-प्रतिशत लोगों तक पहुंचाने के लिए लाभार्थियों का डाटा आधार से लिंक कराया जा रहा है। मालूम हो कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर पहले ही प्रदेश के सभी सरकारी विभागों के सभी कार्य ऑनलाइन कर दिए गए थे। इसी कड़ी में निराश्रित महिला, वृद्धावस्था पेंशन समेत दिव्यांग पेंशन के करीब एक करोड़ लाभार्थियों का डाटा आधार से लिंक कराया जा रहा है। सरकार ने आधार लिंक कराने के लिए 31 अगस्त तक का समय निर्धारित किया है। वहीं, विभाग द्वारा इसकी सीडिंग के लिए अक्टूबर तक का समय तय है। करीब 60 प्रतिशत तक यह काम पूरा हो गया है, वहीं अक्टूबर के अंत तक सभी लाभार्थियों के आधार लिंक की सीडिंग पूरी कर ली जाएगी। सीडिंग से डुप्लीकेसी को खत्म करने और सही व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मदद मिलेगी।

अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा सीडिंग का काम
समाज कल्याण विभाग के डायरेक्टर राकेश कुमार शुक्ला ने बताया कि विभाग की ओर से हर तिमाही करीब 56 लाख लाभार्थियों को वृद्धावस्था पेंशन दी जा रही है। उन्होंने बताया कि योजना का लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने और इसे पारदर्शी बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी लाभार्थियों का डाटा आधार से लिंक किया जा रहा है। इससे डुप्लीकेसी को भी पूरी तरह से खत्म किया जा सकेगा। डायरेक्टर राकेश कुमार ने बताया कि अभी तक कुल लाभार्थियों के सापेक्ष 60 प्रतिशत यानी करीब 34 लाख लाभार्थियों की सीडिंग की जा चुकी है। अक्टूबर तक शत-प्रतिशत सीडिंग का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसी तरह महिला कल्याण विभाग और दिव्यांग कल्याण विभाग में भी सीडिंग का काम जोर शोर से चल रहा है। महिला कल्याण विभाग की ओर से प्रदेश की करीब 31 लाख 50 हजार निराश्रित महिलाओं को पेंशन दी जा रही है। इनकी सीडिंग का काम लगभग 53 प्रतिशत (यानी 16.50 लाख) तक पूरा हो चुका है। वहीं दिव्यांग कल्याण विभाग के करीब 11 लाख लाभार्थियों की सीडिंग का काम भी तेजी से चल रहा है। अभी तक 3 लाख 68 हजार से अधिक लाभार्थी सीडिंग की जा चुकी है, जो 33.51 प्रतिशत है।


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