महिलाओं को उनकी इस भूमिका के लिए अलग-अलग स्तर पर न सिर्फ सराहना मिल रही है, बल्कि पुरस्कृत भी किया जा रहा है

लखनऊ, भारत में स्वच्छता मिशन अब महज जागरूकता न होकर एक अभियान बन चुका है। इस अभियान में यूपी की भूमिका भी बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य होने के नाते स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी भी सबसे बड़ी है। योगी आदित्यनाथ ने सीएम बनने के बाद पीएम मोदी की मंशा के अनुरूप इस अभियान को प्राथमिकता के साथ आगे बढ़ाया है। यूं तो योगी सरकार ने प्रदेश के हर नागरिक को इस अभियान के साथ जुड़कर स्वच्छता का ब्रांड एंबेस्डर बनने की अपील की है, लेकिन इस मुहिम में यूपी की आधी आबादी यानी महिलाएं सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। सूखे कूड़े और गीले कूड़े को अलग करना हो, कूड़े का निस्तारण हो या फिर स्वच्छोत्सव कार्यक्रम, हर जगह इस शक्ति ने खुद को स्वच्छता की प्रतिमूर्ति साबित किया है। महिलाओं को उनकी इस भूमिका के लिए अलग-अलग स्तर पर न सिर्फ सराहना मिल रही है, बल्कि पुरस्कृत भी किया जा रहा है। यही नहीं, अलग-अलग नगर निकायों में कार्यरत हजारों महिला सफाई कर्मी प्रतिदिन स्वच्छता की अलग जगा रही हैं।

युद्धस्तर पर जारी है अभियान
उत्तर प्रदेश में सरकारी हो या प्राइवेट तंत्र सभी जगह स्वच्छता के महत्व को देखते हुए युद्धस्तर पर अभियान चल रहा है। उत्तर प्रदेश की आधी आबादी यानी महिलाएं इस अभियान का अभिन्न अंग हैं। प्रदेश सरकार ने स्वच्छता को लेकर नगर विकास विभाग के अंतर्गत स्थानीय निकाय निदेशालय को स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) की भी जिम्मेदारी दी है। खास बात ये है कि इसकी कमान भी एक महिला के हाथों में है। निदेशक स्थानीय निकाय नेहा शर्मा प्रदेश में स्वच्छता को लेकर लगातार अभियान चला रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के नगर निकायों में बड़ी संख्या में नियमित और संविदा पर महिला सफाई कर्मी प्रतिदिन स्वच्छता के काम में जुटी हैं। निदेशालय की ओर से जो भी अभियान चलाए जा रहे हैं उनमें महिला सफाई कर्मियों ने बेहद सजग भूमिका निभाई है। सोर्स सेग्रिगेशन से लेकर शत प्रतिशत डोर टू डोर कूड़े के कलेक्शन में महिलाओं की व्यापक भागीदारी रही है। उन्होंने कहा कि घरों से निकलने वाले कचरे के सोर्स सेग्रीगेशन में घरेलू महिलाएं भी सहायक साबित हुई हैं। महिलाओं द्वारा गीले एवं सूखे कचरे को अलग-अलग कूड़ेदान में एकत्र करने से उसका निस्तारण भी आसानी से संभव हो रहा है। रसोई से निकलने वाले गीले कचरे का प्रयोग होम कंपोस्टिंग द्वारा खाद के रूप में कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा महिलाओं में स्वच्छता को लेकर एक आदत होती है, जिसे हम लगातार प्रमोट कर रहे हैं।

40 हजार महिलाओं का किया सम्मान
कचरे के समुचित उठान व निस्तारण को लेकर शुरू किए गए ’10तक डोर टू डोर’ अभियान के अंतर्गत अपने घरों में गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग एकत्र करने वाली प्रदेश की 40 हजार महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सम्मानित किया गया। निदेशक स्थानीय निकाय नेहा शर्मा के अनुसार सम्मानित होने वाली महिलाओं का चयन स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति द्वारा किया गया। इन महिलाओं ने 10तक डोर टू डोर अभियान के तहत वार्ड स्तर पर सक्रिय सहभागिता निभाते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। प्रत्येक वार्ड से 3-3 महिलाओं का चयन किया गया था। घरों से निकलने वाले कचरे के पृथक्कीकरण में महिलाओं की भूमिका बेहद अहम है। जिसके मद्देनजर महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि गीला एवं सूखा कचरे की प्रात:काल 10 बजे तक उठान सुनिश्चित करने के लिए एक फरवरी से 10तक डोर टू डोर अभियान की शुरुआत की गई थी। इस अभियान के तहत आमजन को घरों में गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग एकत्र करने के प्रति जागरूक किया गया।

स्वच्छता में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को नवदेवी सम्मान
स्वच्छता क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य करने वाली महिलाओं को जिला, मंडल एवं राज्य स्तर पर नवदेवी सम्मान प्रदान किया जा रहा है। नेहा शर्मा के अनुसार सात मार्च से 30 मार्च तक ‘स्वच्छोत्सव 2023’ अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत स्वच्छता कार्य में महिलाओं की भागदारी बढ़ाने एवं उनमें उत्साह का संचार करने के लिए उन्हें नवदेवी सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। महिलाओं की भूमिका नवरात्रि के नौ स्वरूपों के आधार पर नौ श्रेणियों में विभाजित की गई है। नगरीय क्षेत्र में स्थायी स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छता कार्य में उत्कृष्ट योगदान देने वाली प्रत्येक श्रेणी की तीन-तीन महिलाओं को जिला स्तर पर 20 मार्च को सम्मानित किया गया, जबकि दूसरे स्तर पर इन्हीं चयनित महिलाओं में से प्रत्येक श्रेणी की 2-2 महिलाओं को 25 मार्च को मंडल स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। वहीं, 30 मार्च को स्वच्छता कार्य में अति उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली प्रत्येक श्रेणी की 1-1 महिला को नवदेवी सम्मान से नवाजा जाएगा। इस अभियान को फेमस बॉलीवुड और टॉलीवुड एक्ट्रेस शुभा चंद्रन ने भी अपना समर्थन दिया है। उन्होंने इस कांसेप्ट के लिए स्थानीय निकाय की डायरेक्टर, कोऑर्डिनेटर, सफाईकर्मियों को बधाई दी।


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