डे लिली एक प्रकार का बारहमासी पौधा है जो अपनी सुंदरता और विभिन्नता के लिए जाना जाता है। इस लेख में हम पौधे के बारें में बात करेंगें

ये पौधे दुनिया के कई हिस्सों में पाए जाते हैं और विभिन्न प्रकार के रंगों और आकारों में आते हैं। डे लिली को उनकी खूबसूरती के अलावा उनकी आसान देखभाल के लिए भी जाना जाता है, जिससे इन्हें बागवानों के लिए लोकप्रिय विकल्प बनाता है।

डे लिली भारत में गर्मियों के महीनों में, अप्रैल से अगस्त तक खिलते हैं। हालांकि, ठंडे क्षेत्रों में, जैसे कि हिमालय में, डे लिली गर्मियों के अंत में या शुरुआती शरद ऋतु में भी खिल सकते हैं।

यहाँ क्षेत्र के आधार पर भारत में डे लिली के खिलने के मौसम का विवरण दिया गया है:

उत्तर भारत: अप्रैल से अगस्त

दक्षिण भारत: अप्रैल से जून

पूर्वी भारत: मई से जुलाई

पश्चिमी भारत: मई से जुलाई

मध्य भारत: अप्रैल से अगस्त

हिमालय: जून से सितंबर

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि डे लिली का खिलने का मौसम भी मौसम की स्थिति से प्रभावित हो सकता है। उदाहरण के लिए, एक विशेष रूप से गर्म या शुष्क गर्मी से डे लिली पहले या बाद में खिल सकते हैं।

यदि आप भारत में डे लिली उगाने में रुचि रखते हैं, तो उन किस्मों को चुनना महत्वपूर्ण है जो आपके जलवायु के लिए उपयुक्त हों। आप साल के अलग-अलग समय पर खिलने वाली विभिन्न किस्मों को लगाकर डे लिली के खिलने के मौसम को भी बढ़ा सकते हैं।

डे लिली की विशेषताएं:

डे लिली में लंबे, लैसी पत्ते और फूलों के डंठल होते हैं जो 1 से 3 फीट तक ऊंचे हो सकते हैं। फूल एक बेलनाकार आकार में होते हैं और इसमें छह पंखुड़ियां होती हैं। डे लिली के फूलों का रंग पीला, नारंगी, लाल, गुलाबी, बैंगनी और सफेद सहित विभिन्न रंगों में आता है। कुछ डे लिली के फूलों में दो या तीन रंगों का मिश्रण भी हो सकता है।

डे लिली की किस्में:

डे लिली की हजारों किस्में हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अनूठी विशेषताएं हैं। कुछ लोकप्रिय किस्मों में शामिल हैं:

Stella de Oro: यह किस्म अपने सुनहरे पीले फूलों के लिए जानी जाती है।

Daybreak: यह किस्म अपने गुलाबी-नारंगी फूलों के लिए जानी जाती है।

Pardon My Accent: यह किस्म अपने बैंगनी फूलों के लिए जानी जाती है।

Frances Williams: यह किस्म अपने सफेद फूलों के लिए जानी जाती है।

Kwanso: यह किस्म अपने बड़े, पीले फूलों के लिए जानी जाती है।

how to plant grow and care for daylilies

डे लिली को घर पर कैसे उगाएं और उनकी देखभाल करें:

डे लिली बारहमासी पौधे हैं, जिसका अर्थ है कि वे एक ही स्थान पर कई वर्षों तक बढ़ते रहेंगे। उन्हें पूर्ण सूर्य या आंशिक छाया की आवश्यकता होती है और अच्छी तरह से सूखा मिट्टी में सबसे अच्छा बढ़ता है।

डे लिली को बीज या विभाजन द्वारा उगाया जा सकता है। बीजों से उगाए जाने वाले पौधों को खिलने में दो से तीन साल लग सकते हैं। विभाजन द्वारा उगाए जाने वाले पौधे पहले वर्ष में खिल सकते हैं।

डे लिली को उगाने के लिए चरण:

  1. एक धूप या आंशिक छायादार स्थान चुनें जहां अच्छी तरह से सूखा मिट्टी हो।
  2. मिट्टी में खाद या पत्ती का मोल्ड मिलाएं।
  3. एक गड्ढा खोदें जो पौधे की जड़ से दोगुना चौड़ा और उतना ही गहरा हो।
  4. पौधे को गड्ढे में रखें और जड़ों को मिट्टी से ढक दें।
  5. पौधे को अच्छी तरह से पानी दें।

डे लिली की देखभाल:

डे लिली के कीट और रोग:

डे लिली आम तौर पर कीटों और रोगों से मुक्त होते हैं, लेकिन कभी-कभी उन्हें एफिड्स, स्लग और कैटरपिलर जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यदि आपको अपने डे लिली के पौधों पर कोई कीट या रोग दिखाई दे, तो तुरंत उनका इलाज करें।

डे लिली के लिए बागवानी युक्तियाँ:

डे लिली का उपयोग:

डे लिली का उपयोग बगीचों में विभिन्न प्रकार से किया जा सकता है। उन्हें फूलों की क्यारियों में लगाया जा सकता है, सीमाओं (Boundaries) के रूप में उपयोग किया जा सकता है, या कंटेनरों (Pots) में उगाया जा सकता है। डे लिली के फूलों का उपयोग कटे हुए फूलों(cuttings) के रूप में भी किया जा सकता है।

निष्कर्ष:

डे लिली खूबसूरत और आसान देखभाल वाले बारहमासी पौधे हैं जो किसी भी बगीचे में एक बढ़िया अतिरिक्त हो सकते हैं। इन पौधों की विभिन्न प्रकार की किस्में उपलब्ध हैं, इसलिए आपको अपने बगीचे के लिए एकदम सही डे लिली पौधे मिलना सुनिश्चित है।


यह भी पढ़ें