लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने और निर्मल करने के लिए अधिकारियों से लगातार फीडबैक ले रहे हैं। इसी के तहत नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से चयनित 573 जूनियर इंजीनियर राज्य में जल जीवन मिशन योजना को रफ्तार देने के लिए तैयार हैं। हर घर जल योजना में तेजी लाने और योजनाओं को समय से पूरा करने की अहम जिम्मेदारी इन युवा इंजीनियरों पर होगी। विभाग ने सोमवार से नव चयनित जूनियर इंजीनियरों का 3 दिवसीय राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू कर दिया है।

समय से पहले परियोजना को पूरा करने पर फोकस
प्रशिक्षण के बाद इनको खासकर बुंदेलखंड, विंध्य, प्रयागराज, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और चंदौली जैसे जिलों में भेजकर वहां परियोजनाओं को समय से पहले तेज गति से पूरा कराने के लिए तैनाती दी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन पर नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव की आेर से सोमवार से बक्शी का तालाब स्थित राज्य ग्राम्य विकास संस्थान में नव चयनित जूनियर इंजीनियरों का 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है। प्रशिक्षण का शुभारंभ जल निगम के एमडी बलकार सिंह और राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक प्रिय रंजन कुमार ने किया।

चुनौतियों और समाधान की जानकारी दी गई
विभाग के अधिकारियों ने नव चयनित जूनियर इंजीनियरों को जल जीवन मिशन योजना की अवधारणा, उद्देश्य एवं घटक, क्रियान्वयन और रणनीति के साथ-साथ फील्ड में उनके सामने आने वाली चुनौतियां और उनके समाधान की भी जानकारी दी। विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर भी चर्चा की गई। बता दें कि सरकारी विभाग में नौकरी की आस लगाए बैठे युवाओं को नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने नौकरियों का खास तोहफा दिया है। पहली बार संविदा के आधार पर बड़े ही निष्पक्ष, व्यवस्थित और पारदर्शी तरीके से जूनियर इंजीनियरों के पदों पर भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया गया है।


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