-उत्तर प्रदेश सरकार की पहल पर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर 50 एकड़ में ‘इत्र पार्क’ का हो रहा निर्माण

-कन्नौज के छोटे इत्र कारोबारियों को इत्र पार्क में मिलेंगे प्लॉट, इत्र निर्माण से लेकर हर तरह की सुविधा का मिलेगा लाभ

-एक्सप्रेस-वे से गुजरने वालों और विदेशी पर्यटकों को इत्र पार्क में किया जाएगा आमंत्रित

लखनऊ, एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत उत्तर प्रदेश सरकार विशेष उत्पादों को लगातार प्रोत्साहित कर रही है। खासतौर पर कन्नौज के इत्र कारोबार को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में प्रदेश सरकार आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर इत्र पार्क का निर्माण कर रही है। 57 एकड़ पर बनने वाला यह इत्र पार्क कन्नौज के छोटे कारोबारियों के लिए ऐसा मंच होगा, जहां वो सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं के जरिए न सिर्फ अपने उत्पादों का निर्माण कर सकेंगे, बल्कि उसे वैश्विक स्तर पर पहचान भी दिला पाएंगे।

नवंबर के अंत तक होगा उद्घाटन
इस इत्र पार्क के जरिए सरकार का उद्देश्य है कि यहां जो इंडस्ट्रीज छोटे-छोटे स्केल पर घरों या दुकानों से काम कर रही हैं, उन्हें निकालकर एक ऐसी जगह पर लाया जाएगा जहां उन्हें एडवांस मशीनरी के साथ सामान्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। इसका उद्घाटन नवंबर के अंत तक होने की संभावना है। तब तक इसका प्रथम चरण पूर्ण हो जाएगा। पहले चरण में 30 एकड़ पर निर्माण होगा, जबकि दूसरे चरण में बाकी 27 एकड़ पर पार्क का निर्माण किया जाएगा।

एक जगह मिलेंगी कई सुविधाएं
कन्नौज के छोटे इत्र कारोबारी अपने घरों से काम कर रहे हैं। इत्र पार्क में उन्हें प्लॉट उपलब्ध कराए जाएंगे। यहां पर वो अपने उत्पादों को बड़े स्तर पर प्रदर्शित कर पाएंगे। इसके अलावा छोटे कारोबारी आमतौर पर कोयले या लकड़ी का इस्तेमाल कर परफ्यूम बनाते हैं, जिसके चलते प्रदूषण होता है। ऐसे में उद्योग को बचाने के लिए जरूरी है कि इसका निर्माण गैस पर हो और ये सुविधा इत्र पार्क में उपलब्ध होगी। इसके साथ ही यहां कॉमन फैसिलिटी लैब भी रहेगी, जिसके जरिए कारोबारी अपने उत्पाद का सर्टिफिकेट भी हासिल कर सकेंगे। इत्र पार्क में नए प्रोडक्ट डेवलपमेंट की भी सुविधा मिल सकेगी। सबसे खास बात ये है कि ये पार्क थीमेटिक पार्क होगा। जो लोग एक्सप्रेस-वे से गुजरते हैं या बाहर से आते हैं, उनके लिए टूर की भी सुविधा होगी। जिस तरह विदेशों में पर्यटकों को चॉकलेट फैक्ट्री में ले जाकर दिखाया जाता है कि चॉकलेट कैसे बनती है, उसी तर्ज पर लोगों को दिखाया जाएगा कि इत्र कैसे बनता है, इसकी क्या खासियत है। इसके साथ ही टूरिस्ट्स को कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) ले जाया जाएगा, ताकि वो उत्पादों को खरीद भी सकें।


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