उत्तर कोरियाई राज्य समाचार एजेंसी केसीएनए का कहना है कि उसके मल्लिगयोंग -1 उपग्रह ने रात 10:54 बजे कक्षा में प्रवेश किया

उत्तर कोरिया ने बुधवार को दावा किया कि उसने पहली बार एक जासूसी उपग्रह को कक्षा में स्थापित किया है। उत्तर कोरियाई सरकारी मीडिया ने कहा कि इस उपग्रह को सोह्योन-4 रॉकेट से प्रक्षेपित किया गया था। यह दावा ऐसे समय में किया गया है जब उत्तर कोरिया अपने परमाणु और अंतरिक्ष कार्यक्रमों को तेज कर रहा है।

उपग्रह के प्रक्षेपण की खबर तब सामने आई जब दक्षिण कोरियाई और जापानी सरकारी अधिकारियों ने चेतावनी जारी की कि मंगलवार (21 नवंबर) को जापान की ओर एक रॉकेट उड़ाया गया है, जिससे ओकिनावा के पूरे द्वीपों में जगह-जगह चेतावनी फैल गई। रॉयटर्स अब रिपोर्ट करता है कि उत्तर कोरियाई राज्य समाचार एजेंसी केसीएनए का कहना है कि उसके मल्लिगयोंग -1 उपग्रह ने रात 10:54 बजे कक्षा में प्रवेश किया।

उत्तर कोरिया के कदम की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की गई

संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के कदम की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह कदम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन है।

उत्तर कोरिया की परमाणु और मिसाइल क्षमताओं पर बढ़ी चिंता

उत्तर कोरिया ने हाल के महीनों में कई बार मिसाइल परीक्षण किए हैं, और माना जाता है कि वह एक परमाणु हथियार का परीक्षण करने की क्षमता रखता है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त रूप से वार्ता शुरू करने के लिए उत्तर कोरिया तैयार होने का दावा करने के कुछ ही दिनों बाद यह कदम आया है।

उत्तर कोरिया के कदम से क्षेत्रीय गतिरोध का खतरा

उत्तर कोरिया के कदम से क्षेत्र में तनाव बढ़ने और एक नए गतिरोध की संभावना बढ़ गई है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने कहा है कि वे उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे यदि वह अपने परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों को आगे बढ़ाता है।

उत्तर कोरिया अंतरिक्ष कार्यक्रम में भी तेजी ला रहा है

उत्तर कोरिया ने हाल के वर्षों में अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में भी तेजी ला दी है। इसने कई बार उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करने का दावा किया है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का कहना है कि इन उपग्रहों में जासूसी उपकरणों की भी संभावना है।

उत्तर कोरिया के कदम से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक बड़ी चुनौती

उत्तर कोरिया के कदम से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। इसे कैसे रोका जाए और इसे कैसे समायोजित किया जाए यह एक कठिन प्रश्न है।


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