सीएम योगी के निर्देश पर जीआईएस 2023 के लिए विदेशी निवेशकों को आमंत्रित करने अलग-अलग देशों में पहुंचा है यूपी का प्रतिनिधिमंडल
- जर्मनी, कनाडा, मेक्सिको और यूके में किया गया रोड शो, निवेशकों को उत्तर प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग व ईज ऑफ स्टार्टिंग बिजनेस की दी गई जानकारी
- व्यापारिक समूहों के प्रतिनिधियों के साथ की जा रहीं वन टू वन बिजनेस मीटिंग, प्रदेश सरकार की नीतियों व छूट से कराया जा रहा अवगत
- कनाडा के माय हेल्थ सेंटर ने साइन किया 2050 करोड़ का एमओयू, कानपुर में सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल खोलने की योजना
- हेल्थकेयर, लॉजिस्टिक, टेक्सटाइल समेत कई सेक्टर में व्यापारिक समूहों ने जताई प्रदेश में निवेश की इच्छा
लखनऊ। अगले वर्ष 10 से 12 फरवरी के मध्य लखनऊ में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के जरिए 10 लाख करोड़ से अधिक निवेश का लक्ष्य तय कर चुकी योगी सरकार की इस मुहिम को विदेशों में भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। यूपीजीआईएस 2023 के लिए विदेशी निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी कई टीमों को दुनिया के अलग-अलग देशों में भेजा है। इन टीमों ने 9 दिसंबर को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट, यूके के लंदन, मेक्सको और कनाडा के टोरंटो में रोड शो का आयोजन किया। यहां विदेशी निवेशकों से उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को लेकर चर्चा की गई और उन्हें यहां व्यापार के अनुकूल माहौल, सुरक्षित निवेश और इंसेटिव्स को लेकर सरकार की सुगम नीतियों के बारे में बताया गया। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के साथ ही ईज ऑफ स्टार्टिंग बिजनेस की संभावनाओं से भी उन्हें परिचित कराया गया। इस अवसर पर निवेशकों ने भी उत्तर प्रदेश में निवेश की इच्छा जाहिर की। वहीं, कुछ निवेशकों ने तो ऑन द स्पॉट ही उत्तर प्रदेश में निवेश का एमओयू भी साइन कर दिया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी ने पीएम मोदी की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य तय किया है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 उसी लक्ष्य की पूर्ति के लिए उठाया गया कदम है।
टोरंटो में दिया गया सुरक्षित निवेश का भरोसा
उत्तर प्रदेश सरकार के एक प्रतिनिधि मंडल ने कनाडा के टोरंटो में रोड शो किया। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह सैनी और मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता वाले इस प्रतिनिधिमंडल ने निवेशकों को उत्तर प्रदेश में सुरक्षित निवेश का भरोसा दिलाया और उनकी हर क्वेरी का जवाब भी दिया। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इंडो-कनाडा चेंबर्स ऑफ कॉमर्स के सदस्यों का स्वागत किया और उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर हर तरह का सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर इंडो कनाडा चैंबर ऑफ कॉमर्स के 70 से 80 निवेशक उपस्थित रहे। इस दौरान इन्वेस्ट यूपी और कनाडा इंडिया फाउंडेशन (सीआईएफ) यूपीजीआईएस 2023 के प्रमोशन को लेकर हाथ मिलाए हैं। सीआईएफ कनाडा में उत्तर प्रदेश के ब्रांड एंबैस्डर के तौर पर कार्य करेगा।
माय हेल्थ सेंटर उत्तर प्रदेश में करेगा निवेश
रोड शो से पहले वन टू वन बिजनेस मीटिंग का भी आयोजन किया गया। इसी मीटिंग में कनाडा की कंपनी माय हेल्थ सेंटर के सीईओ सुरेश मदान ने कानपुर में मल्टी स्पेशियल्टी हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज व मेडिकल डिवाइस मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल के साथ 2050 करोड़ रुपए के एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इससे पहले प्रतिनिधिमंडल ने टोरंटो में इंडियन कांसुलेट द्वारा आयोजित डिनर में माय हेल्थ सेंटर, ओएमईआरएस, आईएमईसी, ओटीपीपी जैसी कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उन्हें यूपीजीआईएस के लिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर ये भी चर्चा की गई कि यूपी कैसे हेल्थकेयर, फूड प्रोसेसिंग व मीडिया जैसी कंपनियों में भागीदारी कर सकता है।
फ्रैंकफर्ट में व्यापारिक साझेदारी पर हुई चर्चा
दूसरी तरफ, जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने रोड शो के अवसर पर जर्मनी के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में आमंत्रित किया। उन्होंने निवेशकों को हर संभव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया। इस अवसर पर पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर जितिन प्रसाद व अन्य ऑफिशियल्स ने व्यापारिक संगठनों को यूपी में निवेश के अवसरों के बारे में जानकारी दी। अपर मुख्य सचिव (खेल और युवा मामले) नवनीत सहगल ने राज्य सरकार द्वारा निवेश के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया, जिनमें इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार, नीतियों में बदलाव जैसी चीजें शामिल रहीं। प्रदेश में एमएसएमई के बड़े बेस और फूड बास्केट जैसी मजबूती को प्रेजेंट किया गया।
सीएम योगी का वीडियो मैसेज भी पहुंचा
इस अवसर पर निवेशकों के बीच सीएम योगी का एक वीडियो मैसेज भी प्ले किया गया, जिसमें उन्होंने व्यापारिक समुदाय को निवेश के लिए आमंत्रित किया। रोड शो में फॉरेन ट्रेड और इन्वेस्टमेंट कमेटी, बीडब्ल्यूए के चेयरमैन वोल्कर फ्रेडरिक, इंडिया और पैसिफिक, आईएचके चैंबर ऑफ कॉमर्स के डायरेक्टर जोहानेस रिचर समेत कांटिनेंटल एजी, होरिजन ग्रुप, फिनाजलेस्टुंग फ्रैंकफर्ट, जाक टेक्नोलॉजीज जैसे दिग्गज कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस दौरान टेक्सटाइल, केमिकल्स, मेडिकल डिवाइस, स्किल डेवलपमेंट जैसे सेक्टर्स में निवेश के कई इंटेंट जनरेट हुए। इस अवसर पर पैनल में शामिल डायरेक्टर, भारत और एशिया पैसिफिक, आईएचके फ्रैंकफर्ट एम मेन, सीसीआई इन हेसे ने जर्मन व्यापार समुदाय से लखनऊ में आगामी जीआईएस को यूपी में निवेश के अवसरों के लिए एक शानदार मंच के रूप में देखने का आह्वान किया। प्रतिनिधिमंडल ने शहर के मेयर उवे बेकर के साथ भी काफी गहन विचार विमर्श किया। उत्तर प्रदेश व फ्रैंकफर्ट के बीच स्किल मैनपावर, एविएशन, मोबिलिटी, फार्मास्युटिकल व आईटी सेक्टर में वोकेशनल ट्रेनिंग को लेकर मजबूत साझेदारी पर भी चर्चा की। इससे पहले, प्रतिनिधिमंडल ने ऑटोमोटिव व ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री के बड़े मैन्युफैक्चरर मदरसन ग्रुप के हेडक्वार्टर का भी दौरा किया। यहां यूरोप के चेयरमैन ऑफिस के प्रमुख एंड्रीयाज ह्यूसर ने प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में निवेश की इच्छा जाहिर की।
निवेश के अवसरों पर हुई चर्चा
प्रतिनिधिमंडल सैमसन एजी के हेडक्वार्टर भी गया और वहां के सीईओ एंड्रियाज वीडी को आमंत्रित किया गया। वीडी ने भी आरएंडडी व टेस्टिंग फैसिलिटीज में निवेश की इच्छा जाहिर की। इसके अलावा ग्रीन हाइड्रोजन, इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री में भी निवेश के अवसरों पर चर्चा की गई। प्रतिनिधिमंडल इनोप्लेक्सस पार्टेक्स के गुंजन भारद्वाज से भी मिला और यूटिलाइज एआई और हेल्थकेयर ब्ल़ॉकचेन में भागीदारी की संभावनाओं पर विचार विमर्श हुआ। फिज इनोवेशन सेंटर भ्रमण के दौरान आयुष और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस व यूपी में आरएंडी सुविधाओं को लेकर एमडी डॉ. क्रिश्चियन गारबे से बातचीत हुई। इसके अलावा, प्रतिनिधिमंडल ने ट्रेल ब्लेजर टूर्स इंडिया के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट शांतनु मोहन, क्रिस्टल एंड सोमास के एमडी विजय कपूर, सीएसए हेल्थकेयर की मैनेजिंग पार्टनर चित्रा अग्रवाल, स्काईवेज लॉजिस्टिक्स के बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर गौरम मेहता और होरिजन इंडस्ट्रीज के प्रेसीडेंट डॉ. सतीश के बत्रा जैसे भारतीय बिजनेस लीडर्स से भी मुलाकात की।
लंदन में डिफेंस सेक्टर को लेकर रहा फोकस
उधर, उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने ब्रिटेन के लंदन में रोड शो किया। इस रोड शो का उद्देश्य यूके-इंडिया 2030 रोडमैप के जरिए दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने का है। दोनों देशों के बीच वित्त वर्ष 2022 में 29.6 बिलियन ब्रिटिश पौंड का व्यापार हुआ, जो बीते वर्ष की तुलना में 37.1 प्रतिशत अधिक था। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने एडीएस ग्रुप लिमिटेड और यूके डिफेंस एंड सिक्योरिटी एक्सपोर्ट्स डिवीजन डिपार्टमेंट के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। मीटिंग के दौरान इस बात पर चर्चा हुई कि कैसे यूके की डिफेंस इंडस्ट्रीज यूपी के डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरीडोर के पोटेंशियल को हासिल करने में योगदान दे सकती हैं। यह प्रतिनिधिमंडल बीएई सिस्टम्स के पॉल वेस्ट से भी मिला। बीएई सिस्टम्स लीडिंग ग्लोबल डिफेंस मैन्युफैक्चर है और बीते दिनों वो लखनऊ में भी उपस्थित थे और प्रदेश में बड़े निवेश की तैयारी में हैं। इसके अलावा यह प्रतिनिधिमंडल मार्टिन बेकर एयरक्राफ्ट कंपनी लि. के प्रतिनिधियों से भी मिली और उन्हें यूपीजीआईएस 2023 के लिए आमंत्रित किया। मीटिंग के दौरान चर्चा हुई कि कैसे उत्तर प्रदेश डिफेंस और एयरोस्पेस सेक्टर में कंपनी के साथ भागीदारी कर सकता है। इससे पहले यह प्रतिनिधिमंडल थेल्स ग्रुप के प्रतिनिधियों से भी मिला। चर्चा हुई कि थेल्स ग्रुप का भारत में नोएडा स्थित हेडक्वार्टर उत्तर प्रदेश में अपनी उपस्थिति को बढ़ा सकता है। प्रतिनिधिमंडल ग्लोबल नेटवर्क के डायरेक्टर पैट्रिक होर्गन से भी मिला और डिफेंस, एयरोस्पेस व सिविल एविएशन सेक्टर में यूपी के पोटेंशियल को लेकर चर्चा की गई।
मेक्सिको में डेयरी सेक्टर में निवेश को किया प्रोत्साहित
इसी तरह, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल मेक्सिको पहुंचा है। यहां भी रोड शो का आयोजन किया गया, जिसमें पशुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे ने डेयरी सेक्टर में निवेश के अवसरों की जानकारी दी। उन्होंने यहां के व्यापारिक संगठनों को उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर यूपीआईजीएस में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया। रोड शो से जुड़े ही एक अन्य कायक्रम में डिप्टी सीएम ने गुरुदेव टैगोर इंडियन कल्चर सेंटर (जीटीआईसीसी) में ललित कला अकादमी नई दिल्ली द्वारा भगवान राम की जीवनकथा पर आधारित प्रदर्शनी ‘लोक में राम’ का शुभारंभ किया।
प्रातिक्रिया दे